Saturday, January 23, 2016

सावधान! भाग (४) जीवन दायी औषधियां आपको मौत के मुंह में ले जा सकती हैं, फिर न मिलेगी मौत और न बचेगा जीने लायक जीवन!!

सावधान! भाग (४) जीवन दायी औषधियां आपको मौत के मुंह में ले जा सकती हैं, फिर न मिलेगी मौत और न बचेगा जीने लायक जीवन!!
अगले ब्लॉग में कुछ और विशेषज्ञों की राय पर हम गौर फरमाएंगे. तब तक मैं आपको स्टेरोइड्स के उन भयंकर दुष्परिणामों से अवगत कराता हूँ, जिन्हें समझने के बाद इस ब्लॉग के लिखे जाने की महत्ता का आप अंदाजा लगा पाएंगे.
स्टेरोइड्स के साइड इफ्फेक्ट:
१.      मानसिक: एड्रीनलीन की संवेदन शक्ति कई गुना अधिक हो जाने से दिमाग पर बुरा असर होने पर व्यक्ति अत्यधिक जिज्ञासु, कौतुहल पूर्ण, तनाव ग्रस्त व पागल पन का शिकार हो सकता है. नींद में व्यवधान व रात्रि में सोने के बजाय अत्यधिक उर्जावान होने की फीलिंग आ सकती है.
२.      दिल: शरीर में पानी के जरुरत से ज्यादा रुकाव से हाई ब्लड प्रेशर
३.       फेट/चर्बी पूरे शरीर से पिघल कर चेहरे पर व कूल्हों पर जा कर जमा हो जाने की वजह से फुटबॉल जैसा चेहरा व कुल्हे फूल कर भेंस के कूबड़ जैसे लगने लगते हैं.
४.      एमिनो एसिड को ग्लोकोज़ में परिवर्तित करने की क्षमता के कारण स्टेरॉयड खून में शक्कर की मात्रा बड़ा कर डायबटीज़ की बीमारी को जन्म दे सकते है.
५.      बच्चों में इन के उपयोग से उनकी लम्बाई अप्रत्याशित रूप से बड सकती है.
६.      पाचन तंत्र को बिगाड सकते हैं, एसिडिटी, अल्सर, आँतों से खून का रिसाव कर सकते है.
७.      नेत्रों की रोशनी गुल हो सकती है केटरेक्ट व रेटिनोपेथी होने से.
८.      रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमज़ोर होने से तरह तरह के संक्रमण हो सकते है.
९.      गर्भवती माता के पेट में पल रहे भ्रूण में विकृती पैदा कर सकते हैं.
१०.  मदिरा पान करने वालों को जिस तरह से अल्कोहल एडिक्शन हो जाता है बिलकुल वैसा ही स्टेरॉयड के सेवन करने वालों को स्टेरॉयड एडिक्शन हो सकता है. इसे छुडाने / डी-एडिक्शन  के प्रयास में ठीक वैसी ही कठिनाई आ सकती है व लक्षण हो सकते हैं जैसे की अल्कोहल छुड़ाने के वक़्त आती है.
 याने इन के बेतरतीब प्रयोग के बाद जब मरीज को इस दवा से मुक्ति दिलाने की कोशीश की जाती है तो अच्छे से अच्छे चिकित्सकों के भी पसीने छूट जाते हैं. दवा दो तो मरण और न दो तो भी मरण.
स्टेरॉयड का सबसे अधिक दुरुपयोग अक्सर शारीरिक शक्ति बढाने, लम्बाई बढाने, शरीर का वज़न बढाने आदि विभिन्न अपेक्षाओं की पूर्ती हेतु स्पोर्टस-मेन, बच्चों व युवाओं में किया जाता है.   
स्टेरॉयड के बारे में अभी बहुत सारी जानकारी शेष है, कुछ और विशेषज्ञों की टिप्पणियाँ भी बाकी हैं. इन सब को आपके समक्ष पेश करने हेतु अगले ब्लॉग में हाज़िर होता हूँ.

डॉ.अशोक मित्तल, २३ जनवरी २०१६ 

No comments:

Post a Comment