Saturday, March 26, 2016

डॉक्टर साब, बांयटा घणा आ व.. ! पिंडली में मांस पेशी के खिंचाव से भयंकर दर्द है !! रात के आखरी पहर में नस पे नस चड़ने से अचानक उठना पडा, दर्द से बुरा हाल है !!!

डॉक्टर साब, बांयटा घणा आ व.. !  पिंडली में मांस पेशी के खिंचाव से भयंकर दर्द है !! रात के आखरी पहर में नस पे नस चड़ने से अचानक उठना पडा, दर्द से बुरा हाल है !!!
इस तरह की पीड़ा लिए अक्सर पिंडली को कास कर पकडे या जांघ पर टाईट पट्टी बांधे हुए मरीज चिकित्सक के पास आते रहते हैं.


मेडिकल दृष्टि से तो Muscle Pull, Muscle Strain, Muscle Spasm, Muscle Cramps अलग होते हैं, पर आम भाषा में लोग इन अंग्रेजी नामों या ऊपर लिखे मारवाड़ी/हिंदी शब्दों से अपनी व्यथा का वर्णन करते हैं.
सबसे ज्यादा पिडली की या फिर जांघ की हेम स्ट्रिंग्स में मांस पेशियाँ में ये समस्या होती है. मांस पेशी की बनावट रबर बेंड की तरह लचिली होती है जिससे की इनकी लम्बाई छोटी व बड़ी होती रहती हैं, इस विशेषता की वजह से ये हमारे विभिन्न जोड़ों को मोड़ने और वापस सीधा करने के कार्य का सम्पादन करती हैं.. ऐसा करते वक़्त यदि बहुत ताकत से मांस पेशी खिंच कर छोटी हो जाय और वापस लम्बी नहीं होने पावे तो बान्यटा / Muscle Cramp की अती-पीड़ा दायनी स्थिति पैदा हो जाती है. 






कारण 
अंगड़ाई लेने के बाद ये समस्या ज्यादा होती है. वैसे तो अंगड़ाई लेने से शरीर को विश्राम का आभास होता है. लेकिन अंगडाई लेने में मांस पेशियाँ पूरी खिंच कर स्प्रिंग की तरह छोटी हो जाती हैं, और जब इन्हें वापस ढीला हो जाना चाहिए तो ये खिंची की खिंची ही रह जाती हैं.
 शरीर में पानी की कमी (Dehydration) भो एक प्रमुख कारण है. महान क्रिकेटर्स सौरभ गांगुली व सचिन तेंदुलकर की हेम स्ट्रिंग्स में ऐसा होते हमने कई बार देखा है.

अत्यधिक परिश्रम के बाद थकान (Fatigue), लू लगने से, कैल्शियम/ मेग्नीसियम/विटामिन-ई/ विटामिन-डी/ सोडियम/पोटेशियम आदि की कमी के अलावा और भी कई कारण हैं इस बिमारी के.
 drashokmittal.blogspot.in,


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