प्राइवेट अस्पतालों में तो
लूट मची हुई है! ये धारणा हो जायेगी अब ख़त्म.
जो बड़े व कॉर्पोरेट अस्पताल
अब तक गरीब की पहुँच से बाहर थे, उनमें भी अब राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी “भामाशाह
योजना” के तहत फ्री इलाज़ शुरू हो गया है.
ऐसी एक पहल का लाभ मिला
स्तन कैंसर से पीड़ित युवती भगवानी देवी को. जिसको ग्रेड-2 कैंसर के चलते शल्य
क्रिया द्वारा सम्पूर्ण स्तन मय बगल की लिम्फ नोड की गिठानों को काट कर निकाल देने
की राय दी गयी थी.
५ अप्रेल को ग्राम-सिरोही,
नीम का थाना, जिला-सीकर निवासी भगवानी देवी पत्नी स्वर्गीय माली राम कस्वां को
पुष्कर रोड स्थित घीसी बाई मित्तल अस्पताल में भरती किया गया जहाँ कैंसर सर्जन डॉ.
प्रशांत शर्मा ने सफलता पूर्वक रेडिकल मस्टेक्टोमी नामक इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.
मरीज के बेटे मुकेश ने फोन
पर बातचीत में मुझे बताया की उसकी माँ अब पूर्णतया स्वस्थ है व उसका इलाज़ के दौरान
एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है.
भामाशाह योजना के तहत गरीबों
का इलाज़ हो जाना एक सुखद बदलाव का सूचक है. वंचित वर्ग का इलाज़ और वो भी उन
अस्पतालों में जिनकी भव्य इमारतों में गरीब आदमी का अन्दर जाना तो छोड़ उनकी और देखने
से भी वो घबराता है. ऐसे में इस अच्छी शुरुआत
का बीड़ा उठाने हेतु डॉ. प्रशांत शर्मा, घी.बा.मेमोरियल मित्तल अस्पताल, भामाशाह
योजना व राज्य सरकार के कदम को चहुँ ओर से सोशल मीडिया पर शुभकामना सन्देश आ रहे
हैं.
आशा है कि भविष्य में मेरे
देश व प्रदेश में हर अमीर एवं गरीब को एक जैसा इलाज़ मुहैया हो. कोई भी गरीब इलाज़
से वंचित न रहे क्यूंकि इंसान आखिर इंसान ही है गरीब हो या अमीर.
डॉ. अशोक मित्तल, मेडिकल
जर्नलिस्ट, drashokmittal.blogspot.in
०९ अप्रेल, २०१६